Femi Care
फेमी केयर सभी प्रकार के प्रदर रोग, गर्भाशय की कमजोरी और मासिक धर्म की गड़बड़ी के रोगों में उपयोगी है ।
नारियों के शरीर में सबसे संवेदनशील अंग होते हैं – गर्भाशय, ओवरिज, फेलोपियन ट्यूब्स और स्तन । मात्र इनकी वजह से नारी की देह, पुरुष देह से भिन्न होती है और जब जब नारी चिंता, व्याकुलता, तनाव, अवसाद, उद्वेग, घबराहट, क्रोध आदि मनोभावों से ग्रस्त हुई हों और इन्हें अनुकुलता से प्रकट नहीं कर पाई हों, तब यही मनोभाव, मनोरोग में बदल जाते हैं जो आगे चलकर भौतिक रुप से नारी के संवेदनशील अंगों में जमा होते हैं और समय पाकर PCOD/PCOS, सीस्ट्स, ट्यूमर, फायब्राईड, अनियमित मासिक, श्वेत व रक्त प्रदर, बाँझपन, डिस्मेनोरिया, हार्मोनल इम्बैलेन्स जैसे आदि अनेक रोगों में बदल जाते हैं ।
अब यदि उक्त रोगों का उचित समय पर सही निदान और समचिकित्सा (Curative treatment) नहीं हुई और स्त्री उसी प्रकार की परिस्थितियों से गुजरती रही तो संबंधित अंगों में कैंसर जैसा घातक रोग तक पैदा होने की संभावना बन जाती है, अतः कोशिश की जाए कि माताओं-बहनों को मानसिक क्लेश न दिया जाए और जो माताएं-बहनें उक्त स्त्री रोगों से ग्रसित हैं उन्हें कोशिश करके समचिकित्सा अर्थात होमियो चिकित्सा के लिए प्रेरित किया जाए ।
माताओं-बहनों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हर संभव समऔषधियों (होमियो-औषधियों) का चयन करके हमने बनाया होमियो फेमी केअर सिरप जो एक प्रकार से नारियों का परम मित्र है जो नारियों में होने वाले समस्त मनोविकारों और देह विकारों को जड़मूल से खत्म करके उन्हें देता है संपूर्ण आरोग्य ।
Best Homeopathic Medicine For Female Problems
होमियो फेमी केअर सिरप से पूरा लाभ लेने के लिए इसके साथ अवश्य प्रयोग करें होमियो फेमी टैब्स…।
How To Use Homeopathic medicine for Female problems – उपयोग विधि [Kaise Upyog Kare] – Dosage
1-1 चम्मच दिन में दो बार या चिकित्सक की सलाह अनुसार ।
हमारे अन्य डिवाइन उत्पाद…
यह एक ऐसा लिवर टॉनिक है जो अनुचित खान-पान (तंबाकू, सिगरेट, शराब, मांस-मछली, चायनिज़ फूड आदि अभक्ष्य खाने) से लिवर में आयी विकृति, लिवर सिरोसिस, फैटी लिवर, पीलिया, भूख न लगना, अपच, गैस, एसिडिटी, खट्टे डकार आदि की वजह से होने वाली कब्ज जैसी अनेक समस्याओं को आसानी से हल करता है तथा लगातार कम से कम 10 दिनों तक इसका सेवन करने पर यह पाचन शक्ति और भूख को बढ़ाता है ।
किसी भी प्रकार की सूखी या बलगम वाली खाँसी, कुकुर खाँसी, धुम्रपान से होने वाली खाँसी हो या किसी भी प्रकार की श्वांस की तकलीफ के लिए, पूर्णतया हानि रहित होमियोपैथिक औषधियों के सुंदर समन्वय से बना एकमात्र संपूर्ण समाधान ।
डायबिटीज़ या मधुमेह से संबंधित सभी समस्याओं जैसे मुहँ का सूखना, अति प्यास, हाथ-पैरों में जलन व झंझनाहट के साथ दर्द, अनिद्रा, शरीर में सूजन, त्वचा में खुजली के साथ दाने व जलन, ग्लूकोमा, किडनी, हृदय, लीवर और आँखों के कई गंभीर रोगों को ध्यान में रखते हुए हमने बनाया है ।
जिसके नियमित सेवन से मधुमेह के नये और पुराने रोगियों में आशातीत लाभ मिले हैं । उनकी शुगर की एलोपैथिक दवाइयों की मात्रा में कमी के साथ ही साथ ऊपर वर्णित विभिन्न लक्षणों में आश्चर्यजनक परिणाम मिले हैं ।
* * *